Kaal Bhairav Temple In MP: वैसे तो आप लोगों ने यह सुना होगा कि भगवान के मंदिर में मुर्गा बकरा नारियल की बलि दी जाती है इसके अलावा आप लोगों ने यह भी देखा और सुना होगा कि मंदिर में देवता को बकरे का सर काट कर चढ़ाया जाता है लेकिन आज हम एक ऐसी अनोखी मंदिर के बारे में बात करने वाले हैं जहां पर भगवान को फूल, माला, नारियल या बकरा नहीं है बल्कि शराब चढ़ाई जाती है और हैरानी वाली बात तो यह है कि भक्तों द्वारा चढ़ाए गए शराब को इस मंदिर के देवता स्वीकार भी करते हैं और यह मंदिर कहीं दूर नहीं बल्कि अपनी मध्य प्रदेश राज्य में ही स्थित है, आईए जानते हैं मध्य प्रदेश में ऐसी कौन सी मंदिर है Kaal Bhairav Temple In MP जहां पर भगवान को शराब चढ़ाया जाता है-
कौन से मंदिर में शराब चढ़ाई जाती है
![Kaal Bhairav Temple In MP](https://www.forwardpress.in/wp-content/uploads/2017/08/3-kalbhairavtemple-1-e1501678511752.jpg)
मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से क़रीबन 190 किलोमीटर दूर उज्जैन में स्थित काल भैरव मंदिर काफी ज्यादा प्रचलित है क्युकी भगवान काल भैरव को फल-फूल नहीं बल्कि शराब चढ़ाई जाती है जी हाँ आप लोगो ने बिलकुल सही सुना मध्यप्रदेश इस मंदिर में भगवन को शराब चढ़ाया जाता है और यह मंदिर मध्य प्रदेश के उज्जैन में स्थित है।
काल भैरव मंदिर कहां है?
मध्यप्रदेश के उज्जैन में एक ऐसा मंदिर है जहां भगवान को मदिरा अर्पित की जाती है। कहा जाता है कि काल भैरव मंदिर का निर्माण राजा भद्रसेन ने शिप्रा नदी के तट पर करवाया था। यह प्राचीन मंदिर अष्टभैरवों में प्रमुख कालभैरव को समर्पित है। आइए जानते हैं कि बाबा भैरव को शराब चढाने के पीछे क्या कारण है।
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काल भैरव को मदिरा क्यों चढ़ाई जाती है
![Kaal Bhairav Temple In MP](https://qph.cf2.quoracdn.net/main-qimg-cb8a585eaa3e6676200a1beef13d1297.webp)
कहा जाता है कि काल भैरव तामसिक प्रवृति के देवता माने जाते हैं इसलिए उन्हें शराब का भोग लगाया जाता है। जानकारी के लिए आप लोगो को बता दें कि काल भैरव का प्रिय भोग शराब ही है। और आपको यह जानकर हैरानी होगी कि उज्जैन के काल भैरव में भक्त हर रोज करीबन 2000 बोतल शराब का भोग लगाते हैं। असल में काल भैरव के मंदिर में शराब चढ़ाना संकल्प और शक्ति का प्रतीक माना जाता है।
इसके आलावा आप लोगो यह भी जानकर हैरानी होगी कि इस मंदिर में काल भैरव की मूर्ति शराब ग्रहण भी करती है। और आज तक वैज्ञानिको ने भी इस राज का पता नहीं लगापाया है जिससे इस मंदिर में लोग अक्सर सच्चे मन से काल भैरव बाबा को शराब चढ़ाते है और भक्तो द्वारा चढ़ाये गए शराब को काल भैरव स्वीकार भी करतें है।
काल भैरव की पूजा किस दिन होती है
काल भैरव की पूजा रविवार के दिन की जाती है। और उज्जैन के इस मंदिर में काल भैरव को रविवार के दिन शराब चढ़ाने से व्यक्ति सभी प्रकार के ग्रह दोष भी दूर होते हैं और भगवान काल भैरव को शराब अर्पित करने से जीवन में आ रही सभी प्रकार की परेशानियां दूर हो जाती हैं।