Makar Sankranti Rangoli Designs 2024 : मकर संक्रांति का त्योहार हिंदुओं का सबसे महत्वपूर्ण त्यौहार है वैसे तो मकर संक्रांति 14 जनवरी को मनाया जाता है लेकिन इस बार मकर संक्रांति का त्योहार 15 जनवरी को है, आप सभी को बता दे की मकर संक्रांति का त्योहार भारत में सबसे धूमधाम से मनाए जाने वाला त्योहारों में से एक है. वही मकर संक्रांति का त्यौहार भारत के अलग-अलग राज्यों में अलग-अलग नाम से भी जाना जाता है.
Makar Sankranti Rangoli Designs 2024
ऐसा कहा जाता है कि मकर संक्रांति इसलिए मनाया जाता है क्योंकि संक्रांति एक देवता है.जिसने शंकरसुर नाम के एक शैतान का वध किया था. दूसरी ओर कई लोग इस त्योहार को सूर्य देव को समर्पित करते हैं. जानकारी के लिए आप सभी को बता दे की महाराष्ट्र, गोवा, आंध्र प्रदेश, पश्चिम बंगाल, कर्नाटक और तेलंगाना त्योहार को पौष संक्रांति कहते हैं. तमिलनाडु इसे पोंगल तो पंजाब में इसे लोहड़ी के रूप में मनाया जाता है, वैसे तो मुख्य रूप से मकर संक्रांति का त्योहार पंजाब का प्रसिद्ध त्योहार माना जाता है लेकिन मकर संक्रांति अब पूरे भारत में बड़े हर्षो उल्लास के साथ मनाया जाता है अगर आप भी अपने घरों पर रंग बिरंगी, सिंपल रंगोली डिजाइन या Haldi Kunku रंगोली डिजाइंस बनाना चाहते हैं तो हमने आज बताया है.
1.अगर आप भी मकर संक्रांति के दिन रंगोली बनाना चाहते हैं तो, अपने घर के आंगन में एक शानदार मकर संक्रांति का रंगोली बना सकते हैं जैसा कि नीचे फोटो में दिखाया गया है. इस प्रकार के रंगोली बनाएंगे तो आपके घर और आंगन में चार चांद लग जाएंगे.
![Makar Sankranti Rangoli Designs 2024](https://i.ytimg.com/vi/HOBGgjAyvlc/maxresdefault.jpg)
2.Makar Sankranti Rangoli Designs Simple Easy
मकर संक्रांति के दिन अगर आप अपने घरों पर सिंपल और आसान रंगोली बनाने का डिजाइंस की तलाश में इधर-उधर भटक रहे थे तो अब आपको भटकने की जरूरत नहीं है नीचे दिए गए फोटो के अनुसार अपने घर में सिंपल रंगोली की डिजाइंस बना सकते हैं.
![Makar Sankranti Rangoli Designs Simple Easy](https://i.pinimg.com/564x/86/be/89/86be890908b1eed3c2bbae9c1fa7fc6c.jpg)
![Makar Sankranti Rangoli Designs Simple Easy](https://i.ytimg.com/vi/RDUz4Pc_h5A/maxresdefault.jpg)
3.Rangoli for Makar Sankranti Haldi Kunku
![Rangoli for Makar Sankranti Haldi Kunku](https://naibhart.com/wp-content/uploads/2024/01/hhhl-300x169.jpg)
मकर संक्रांति पर अगर आप अपने घरों में संक्रांति के शुभ अवसर पर Haldi Kunku रंगोली डिजाइन बनाना चाहते हैं तो नीचे हमने शानदार डिजाइस बनाए हैं.
![Rangoli for Makar Sankranti Haldi Kunku](https://i.ytimg.com/vi/wg6J4gGLXGQ/maxresdefault.jpg)
4.Special Makar Sankranti Rangoli
मकर संक्रांति की त्यौहार के मौके पर अगर आप अपने घर में मकर संक्रांति स्पेशल रंगोली बनाना चाहते हैं तो नीचे हमने स्पेशल मकर संक्रांति रंगोली के कुछ डिजाइन दिए हैं, इन डिजाइन को अपने घर पर बना कर सुंदरता में चार चांद लगा सकते हैं.
![Special Makar Sankranti Rangoli](https://i.ytimg.com/vi/FYtJsqkdWdM/maxresdefault.jpg)
![Special Makar Sankranti Rangoli](https://i.ytimg.com/vi/1wVevMo3JE4/sddefault.jpg)
कैसे मनाया जाता है मकर संक्रांति
वैसे तो भारत में मकर संक्रांति का त्योहार अलग-अलग नाम से और अलग-अलग तरीकों से मनाया जाता है मुख्य रूप से पंजाबी लोग इसे लोहड़ी के रूप में मनाते हैं मकर संक्रांति के दिन लोग एक साथ इकट्ठा होकर गाना बजाना करते हैं और नाचते हैं तो वहीं महिलाएं पारंपरिक पोशाक पहनती है और नृत्य करती है तो वहीं भारत के कई जगहों पर लोग पतंग उड़ाते हैं.
वहीं भारत के कुछ राज्यों में मकर संक्रांति के दिन सुबह-सुबह उठकर गंगा में नहाकर सूर्य देव की पूजा करते हैं और अपने घर में आकर तिल,चुरा, तिलकुट, दही का ग्रहण करते हैं.
मकर संक्रांति को मध्य प्रदेश में क्या कहते हैं?
अगर आप भी मध्य प्रदेश राज्यों के निवासी है तो मकर संक्रांति को मध्य प्रदेश में क्या कहा जाता है इसे जानना चाहिए. मध्य प्रदेश में मकर संक्रांति को ‘सुकरात’ कहते हैं.वहीं, मध्य प्रदेश के महाकौशल और बुंदेलखंड अंचल में मकर संक्रांति को ‘तिल संक्रांति’ भी कहा जाता है. इस दिन तिल का बहुत महत्व होता है. सुबह उठकर सबसे पहले लोग तिल का पदार्थ ग्रहण करते हैं.
14 जनवरी को मकर संक्रांति क्यों पड़ती है?
ऐसा इसलिए होता है क्योंकि मकर संक्रांति का त्यौहार सूर्य की गति के मुताबिक मनाया जाता है,पौष महीने में जब सूर्य धनु राशि से मकर राशि में प्रवेश करता है, तो उसी दिन मकर संक्रांति होती है.पौराणिक कथा के मुताबिक, मकर संक्रांति के दिन भगवान विष्णु ने असुरों का संहार किया था. भगवान की जीत का जश्न मनाने के लिए मकर संक्रांति का त्योहार मनाया जाता है. मकर संक्रांति के दिन से ही ऋतु में बदलाव होने लगता है.