Mughal Harem History: मुगल बादशाह अपनी मर्दाना शक्ति बढ़ाने के लिए खाते थे ये चीज, फिर सारी रात रानियों के साथ…

Mughal Harem History: मुगलों ने भारत पर कई वर्षों तक शासन किया है मुगल बादशाह के बारे में आजकल भी बहुत से लोग जानना पसंद करते हैं मुगल बादशाह के इतिहास को सभी लोग बड़े ही दिलचस्प के साथ सुनते हैं और उसे पर ध्यान देते हैं कई किताबों में भी मुगल शासको के बारे में लिखा है, मुगलो के बारे में ऐसी-ऐसी बातें सुनने को मिलती है जिसे जानकर हम या आप कोई भी हैरान हो जाएगा, मुगलों के शासन में किन्नर भी हुआ करती थी और 5000 से अधिक महिलाएं हुआ करती थी मुगल शासन में एक मुगल हरम भी हुआ करता था जहां पर मुगल बादशाह किन्नरों और महिलाओं को रखा करते थे, सैकड़ों वर्ष पहले मुग़ल शासन में महिलाओं के लिए अलग महल हुआ करते थे, जिन्हें शाही हरम कहा जाता था। और इसके साथ ही मुगल बादशाह अपने भारत पोषण का ख्याल बहुत ही अच्छी तरह से रखते थे अपने साथ-साथ अपने परिवार और मुगल हरम की सभी महिलाएं किन्नर सभी लोगों का ध्यान बहुत ही सूझबूझ से रखते थे।

मुगल बादशाह खानपान का अत्यधिक ध्यान रखते थे ताकि वे शारीरिक रूप से बलशाली, अगर इतिहास पर नजर डालने से पता चलता है कि बड़ी संख्या में ऐसे नवाब और बादशाह हुए हैं जो अपने हरम और शानो-शौकत के लिए पहचाने जाते थे, अपने इन शौक को पूरा करने के लिए उन्होंने कई ऐसे नुस्खे अपनाए जिससे बुढ़ापा उन पर हावी नहीं होने दिया और उनकी मर्दाना ताकत बरकरार रहें आईए जानते हैं Mughal Harem History मुगल बादशाह के खान-पान के बारे में कुछ रहस्यमई बातें-

Mughal Harem History: मर्दाना ताकत बढ़ाने के लिए खाते थे शक्तिवर्धक दवाएं-

Mughal Harem History: मुगल बादशाह अपनी मर्दाना शक्ति बढ़ाने के लिए खाते थे ये चीज, फिर सारी रात रानियों के साथ...
Mughal Harem History: मुगल बादशाह अपनी मर्दाना शक्ति बढ़ाने के लिए खाते थे ये चीज, फिर सारी रात रानियों के साथ…

मुगल शासन पर एक लेख लिखा था, जिसमें कहा गया था कि शाहजहाँ ने अपने पूर्वजों की परंपरा को आगे बढ़ाया और अपनी बेगमों और रखैलों के साथ हरम में भोजन किया, और  मर्दाना ताकत को बढ़ाने के लिए कभी तीतर-बटेर खाते तो कभी शक्तिवर्धक दवाएं लेते थे। महाराजा हर वो कोशिश करते थे जो उन्हें कमजोर न साबित होने दे। व्यंजनों की सूची पहले से ही तय थी. शाही हकीम ने भोजन बनाने से पहले उसकी गुणवत्ता निर्धारित की। मुगलों का शाही खाना हर दिन निर्धारित होता था और हकीम शाही खाना शामिल होता था. विशेष पदार्थ और औषधियाँ। शामिल हैं,

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Mughal Harem History: उबला हुआ मांस और सुनहरी भस्म-

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Mughal Harem History: मुगल बादशाह अपनी मर्दाना शक्ति बढ़ाने के लिए खाते थे ये चीज, फिर सारी रात रानियों के साथ…

मुगल बादशाहों के शाही खान-पान में आयुर्वेद के कई प्रकार के रसों और भस्मों का उल्लेख है। कुछ मुगल बादशाह उबले हुए मांस और तवे का मिश्रण खाते थे। इतिहास में दर्ज कहानियां कहती हैं कि कुछ मुगल बादशाह काले हिरण नाभि, जंगली खरगोश और इंद्रगोप कीड़े खाते थे। उनका मानना ​​था कि इससे मर्दाना ताकत बढ़ती है. दरअसल, वह रसोइये के खाने में सोने की भस्म मिला देता था। ऐसा करने से खाने का स्वाद भी बढ़ जाता था और बादशाहो की मर्दाना ताकत भी बढ़ जाती थी|

Mughal Harem History: बादशाह अकबर के राज में थी ऐसी व्यवस्था-

Mughal Harem History: मुगल बादशाह अपनी मर्दाना शक्ति बढ़ाने के लिए खाते थे ये चीज, फिर सारी रात रानियों के साथ...
Mughal Harem History: मुगल बादशाह अपनी मर्दाना शक्ति बढ़ाने के लिए खाते थे ये चीज, फिर सारी रात रानियों के साथ…

अकबर पहला मुगल बादशाह था जिसके शासनकाल में रानियों और महिलाओं के मनोरंजन के लिए अलग-अलग महल बनवाए गए थे, यहां महिलाएं नृत्य, बागवानी, कविताएं पढ़ना आदि जैसे समारोह आयोजित कर सकती हैं।

मुगल हरम में केवल बादशाह ही प्रवेश कर सकते थे, मुगल राजकुमारों को भी इसके हर हिस्से में जाने की इजाजत नहीं थी, हरम में महिलाओं को दैनिक जीवन के हिस्से के रूप में खेल खेलने की अनुमति नहीं थी, लेकिन कुछ खेल ऐसे भी थे जिन्हें महिलाएं विशेष कारणों से मनोरंजन के लिए खेलती थीं।

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