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Mughal History : भारत में मुगलों का आगमन कैसे हुआ था?

Mughal History

मुगलों को भारत में आगमन एक महत्वपूर्ण घटना है मुगलों ने भारत पर लगभग 200 साल तक राज किया। आज हम लोग जानेंगे कि भारत में मुगलों का आगमन आखिर कैसे हुआ चलिए जानते हैं पूरे डिटेल में-

मुगलों का भारत में आगमन 1526 ईसा पूर्व में मुगल साम्राज्य के संस्थापक बाबर द्वारा किया गया था। बाबर ने भारत पर 1520 से लेकर 1524 यानी 4 सालों में चार बार आक्रमण किया लेकिन एक बार भी नहीं जीत सका। बाबर ने फिर 1526 में पानीपत के प्रथम युद्ध में दिल्ली सल्तनत के अंतिम सुलतान इब्राहिम लोदी को पराजित कर दिल्ली सल्तनत पर अपना अधिकार स्थापित कर लिया। इतिहासकार बताते हैं कि विजई प्राप्त करने के बाद दिल्ली सल्तनत का निर्माण करवाया और मुगल साम्राज्य की नींव रखी, बाबर के भारत आगमन ने भारतीय इतिहास में एक नया युग आरंभ हुआ। फिर धीरे-धीरे पूरे भारत पर कब्जा कर लिया और अपना हुकूमत चलाने लगा।

मुगलों ने भारत में आगमन क्यों किया

बाबर मध्य एशिया का रहने वाला था बाबर का संबंध चंगेज खान से था। बाबर जब अपने इलाके में अपना साम्राज्य नहीं बना पाया तो उसकी नजर भारत पर पड़ी। फिर क्या था बाबर ने लड़ाई लड़नी शुरू की, बाबर ने भारत पर अपना अधिकार स्थापित करने के लिए कई लड़ाई लड़ी। आखिरकार बाबर ने भारत को जीत ही लिया बाबर ने जिस समय भारत पर आक्रमण किया था उस समय दिल्ली का सुल्तान इब्राहिम लोदी था, जो एक सक्षम शासक नहीं था। दिल्ली सल्तनत के सुल्तान इब्राहिम लोदी के चाचा आलम खान ने ही बाबर को भारत आने के लिए न्योता भेजा था।

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मुग़ल साम्राज्य के आगमन के साथ ही, उनके सांस्कृतिक योगदान ने भारतीय साहित्य, कला, और संस्कृति को नया दिशा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। मुगलों ने शाही महल, मस्जिदें, और बाग़ बनवाए, जिनमें उनकी विशेष वास्तुकला की प्रतिष्ठा है। उनके दौर के कवियों और लेखकों ने भी उनके सम्राटीय शासन की प्रशंसा की और उनके समकालीन समाज के विचारों का प्रतिष्ठान रखा।

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