Summer Jokes in Hindi: गर्मी का मौसम चल रहा है, ऐसे में पानी ज्यादा पीना…
खाना कम खाना और हां बाहर निकलो तो सिर ढंककर ही निकलना,
क्योंकि वो क्या है न भूसे में आग थोड़ी जल्दी लगती है…
चिंटू : भाई क्या कर रहा है?
पिंटू : कुछ नहीं भाई, बस गर्मी को लेटर लिख रहा हूं
चिंटू : क्या लिख रहा है..
पिंटू : डियर गर्मी… हिम्मत है तो दिसंबर-जनवरी में आकर दिखा ना…
गर्मी के मौसम ने तो हद ही कर दी है भाई..
मच्छर भी कान में आकर पूछ रहे हैं कि,
यार सुन ना भाई तेरा खून ठंडा है न???
काश सूरज की भी कोई बीवी होती,
तो भाई अपने सूरज दादा भी शायद थोड़ा कंट्रोल में रहते…
हर कोई चांद से मोहब्बत करेगा,
तो सूरज तो जलेगा ही ना.. अब क्या झेलो 40 डिग्री
गर्मी का मौसम चल रहा है, ऐसे में पानी ज्यादा पीना..
खाना कम खाना और हां बाहर निकलो तो सिर ढंककर ही निकलना,
क्योंकि वो क्या है न भूसे में आग थोड़ी जल्दी लगती है.. हाहाहाहा
चिंटू : भाई क्या कर रहा है?
पिंटू : कुछ नहीं भाई, बस गर्मी को लेटर लिख रहा हूं
चिंटू : क्या लिख रहा है..
पिंटू : डियर गर्मी.. हिम्मत है तो दिसंबर-जनवरी में आकर दिखा ना…
गर्मी के मौसम ने तो हद ही कर दी है भाई..
मच्छर भी कान में आकर पूछ रहे हैं कि,
यार सुन ना भाई तेरा खून ठंडा है न???
सर्दियों में हम कुछ देर, धूप सेंकने के लिए सूरज को कितना ढूंढते हैं..
और अब देखों साला गर्मियों में सूरज हमे ढूंढ-ढूंढ कर सेक रहा है।।
इस जानलेवा गर्मी में कितना भी गन्ने का रस, नींबू पानी या नारियल पानी पीलो भाई..
कलेजे को ठंडक तो पत्नी के मायके जाने पर मिलती है..
भारी गर्मी पड़नी शुरु हो गयी है,
और लड़कियाँ “सुलताना डाकू” बने घुमने लगी है…
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कभी कभी तो पता नहीं चलता है कि
साला ये अपना इलाका है या
“चंबल के डाकू” का… ?
अप्रैल शुरू होते ही परिवार के
“बेरोज़गार सदस्यों”
के जिम्मे दो और बड़े काम जुड़ जाएंगे,
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“फ्रिज में बोतल भर के रखना”
और
“कूलर में पानी भरना…..”.
संता (बंता से) – कल रात तुम अपने बच्चे को बहुत पीट रहे थे,
आखिर ऐसी क्या गलती हो गई उससे?
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बंता – दरअसल 15 दिन बाद उसका रिजल्ट आने वाला है
और मैं आज ही 1 महीने के लिए
Tour पर जा रहा हूं…
Admin अपनी पत्नी के साथ सड़क पर घूमने निकला
पत्नी – “बहुत गर्मी है नही…”
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एड़मीन – हा…
अगर दिन होता तो कहीं छाव में भी बैठ जाते…
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एडमीन के पास सोलिड दिमाग है भाई…
सुनो गौर से पेप्सी वालों,
बूरी नजर ना कोक पे डालो,
चाहे चितना जोर लगा लो,
सबसे आगे होगा निंबू पानी…. निंबू पानी…
हमने पिया है… तूम भी पीयों…
अपना समझो या बैगाना,
हमारा तो आपसे रिश्ता है पुराना
इसलिये हमारा फर्ज था आपको बताना
गर्मी शुरु हो गयी है,
इसलिये भाई रोज नहाना…
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नहीं तो तेरे आजू-बाजू बैठनेवाला
पसीने के बदबू के मारे निकालेगा बहाना…
गर्मी के दोहे :-
पंखा देखत रात गयी,
आई न फिर भी लाईट….
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गाते रहे मच्छर कान मैं
“पार्टी ऑल नाईट”